Indian Railway Rules for Ticket :- भारतीय रेलवे के साथ आपकी हर एक यात्रा काफी सुलभ होती जा रही है वहीं भारतीय रेलवे हमेशा से ही अपने यात्रियों के लिए उनकी हर एक यात्रा को भरपूर सुविधा के साथ सुलभ बनाने का प्रयास करता रहता है,
वही अपने यात्रियों की यात्रा को सुलभ बनाने हेतु रेलवे के द्वारा कई नियम बनाए गए हैं इन नियमों का पालन करना सभी यात्रियों की जिम्मेवारी है, और ऐसे कई नियम है जिनके उल्लंघन पर यात्रियों को जुर्माना भी देना पड़ता है परंतु रेलवे का एक ऐसा नियम है जिसमें आपके पास टिकट होने के बावजूद आप पढ़ सकते हैं और जुर्माना की चपेट में आ सकते हैं,
अब आपके मन में यह विचार तो अवश्य आ रहा होगा कि आखिर यह कौन सा नियम है तो आराम से आगे पड़ी है इसके बारे में संदर्भ पर हम आपको बताएंगे ।
General ticket Rule :–
कई बार यात्रियों की सोच ऐसी होती है कि अगर उन्होंने जनरल टिकट खरीदी है तो वह दिन में किसी भी समय पर जनरल ट्रेन में बैठकर सफर कर सकते हैं परंतु ऐसा नहीं है रेलवे की ओर से टिकट खरीदने के बाद ट्रेन पकड़ने की समय सीमा रेलवे द्वारा सुनिश्चित की गई है ,
रेलवे टिकट रूल्स के अनुसार बताया गया है कि अगर यात्री को 199 किलोमीटर की दूरी करके यात्रा करनी है तो उसे टिकट खरीदने के 3 घंटे के बाद अपनी ट्रेन को पकड़ना होगा , वहीं अगर यात्री को 200 किलोमीटर या फिर उससे अधिक दूरी की यात्रा तय करनी है तो यात्री तीन दिन पहले टिकट खरीद सकता है ।
रेलवे के अनुसार माना जाएगा बेटिकट :-
जानकारी के लिए आप सभी को बता दे की रेलवे ने अपनी जनरल टिकट की समय सीमा का निर्धारण वर्ष 2016 में किया था, दौरान अगर कोई यात्री 199 किलोमीटर तक की यात्रा के लिए अपनी टिकट को खरीद रहा है, और 3 घंटे के बाद ट्रेन में यात्रा करते हुए पाया जाता है तो उसे रेलवे के टिकट नियम के अनुसार बेटिकट माना जाएगा, और यात्री से नियमानुसार जुर्माना भी वसूला जाएगा ।
क्यों सुनिश्चित की गई है समय सीमा:-
सोच रहे होंगे कि आखिर रेलवे ने जनरल टिकट पर यह समय सीमा क्यों सुनिश्चित की गई है तो आपको बता दे कि वर्ष 2016 से पहले जनरल टिकट पर किसी प्रकार की समय सीमा सुनिश्चित नहीं थी परंतु लगातार चालबाजियां को देखते हुए जनरल टिकट पर समय सीमा सुनिश्चित की गई है वही कई फायदे भी देखने को मिले हैं,
कई बार रेलवे की ओर से ऐसा देखा गया है कि एक संगठित गिरोहा यात्री किसी बड़े स्टेशन पर जनरल टिकट जीत कर अन्य यात्रियों को कम दाम में बेच देता था जिससे रेलवे को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता था वही समय सीमा लगाई जाने के बाद यह चालबाजियां बंद हो गई और रेलवे को फायदा हुआ है ।